मोदी सरकार के 11 साल हरियाणा के साथ विकास की नई गाथा, विकसित भारत का अमृतकाल विजन डॉक्यूमेंट जारी करेंगे CM नायब सैनी

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। नौ जून सोमवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने जा रहा है। इस तारीख के साथ एक अहम पड़ाव भी जुड़ गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 11 साल भी नौ जून को ही पूरे होने जा रहे हैं। इन 11 सालों में सिर्फ सत्ता नहीं बदली, बल्कि देश के विकास की परिभाषा और दिशा दोनों बदले हैं।

इसमें भी खास बात यह है कि मोदी सरकार के नेतृत्व में जो भी क्रांतिकारी बदलाव हुए, उनमें हरियाणा की भाजपा सरकार का पूरा सहयोग है। जिस तरह से केंद्र में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी है, उसी तरह से हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा ने जीत का परचम लहराया है। ऐसा पहली बार हुआ, जब राज्य में लगातार तीसरी बार किसी दल की सरकार बन पाई है।

हरियाणा की भाजपा सरकार के साढ़े नौ साल के कार्यकाल में मनोहर लाल ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की बागडोर संभाली। उनके बाद अब नायब सिंह सैनी हरियाणा की सत्ता का संचालन कर रहे हैं।

अपने 11 साल के कार्यकाल में जिस तरह से पीएम मोदी की सरकार ने देश व समाज के हित के फैसले लिए हैं, उसी तर्ज पर हरियाणा की भाजपा सरकार ने राज्य में न केवल राजनीति के मायने बदले हैं, बल्कि प्रदेश में सुशासन के माध्यम से आम लोगों के जीवन को सरल बनाने का काम किया है।

मनोहर लाल अब पीएम मोदी की सरकार में ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री हैं। उनके नेतृत्व में देश बिजली में न केवल आत्मनिर्भर हुआ है, बल्कि अब दूसरे देशों को बिजली देने की स्थिति में पहुंच गया है। पारदर्शिता, भ्रष्टाचार पर अंकुश और काम करने की साफ नीयत से ही ऐसा संभव हो पाया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी नौ जून को चंडीगढ़ में विकसित भारत का अमृत काल-सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण के 11 साल नाम के एक पुस्तिका का विमोचन करने जा रहे हैं, जो केंद्र सरकार के 11 सालों के कामों पर आधारित है।

हरियाणा की भाजपा सरकार को अक्टूबर में 11 साल पूरे होंगे। अपने इन साढ़े 10 साल के कार्यकाल में मनोहर व नायब सरकारों ने केंद्र की योजनाओं को अपने राज्य में पूरी जिम्मेदारी के साथ लागू करने का काम किया है। देश का गरीबी प्रतिशत 3.5 है, जबकि हरियाणा में यह 3.2 प्रतिशत पर आ गया है।

मनोहर लाल जब राज्य के बिजली मंत्री थे, तब उन्होंने लाइन लास घटाकर 10 प्रतिशत पर ला दिया था। अब नायब सैनी के नेतृत्व में बिजली का लाइन लास साढ़े 9 प्रतिशत रह गया है, जो कि सुशासन का बड़ा उदाहरण है।

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